Lekhika Ranchi

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लोककथा संग्रह 2

लोककथ़ाएँ


शाम-हॉरेल: मॉरिशस की लोक-कथा

मॉरीशस के दक्षिण में एक सप्तरंगी भूमि है । इसका नाम शामारैल है । यह नाम शाम और हॉरेल नामक दो दोस्तों के नामों पर आधारित है । कहा जाता है कि गुलामी के समय जब गोरे मालिक गुलामों को हेय दृष्टि से देखते थे, हॉरेल और शाम जाति-भेद, रंग-भेद, अमीरी-गरीबी की दरार उनके बीच नहीं थीं । हॉरेल के पिता को उनकी दोस्ती फूटी आँखों न सुहाती । उनके लाख मना करने पर भी दोनों दोस्त मिलते रहे ।

एक दिन क्रोधित गोरे मालिक के हाथों हॉरेल और शाम पर गोली चल ही गई । दोनों ने सात रंगों की मिट्टी में अपना दम तोड़ दिया । कहा जाता है कि लाल मिट्टी में उनके खून सनने से लाल रंग और अधिक गहरा हो गया । मरते समय दोनों एक दूसरे का नाम पुकारते रहे जो वहाँ की वादियों में गूंजता रही – 'शाम – हॉरेल'।

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साभारः लोककथाओं से।

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